मै और मेरी तनहाई : सावन

ये पहली दफा नहीं है जब तुम हमें छोड़ के जा रही हो इससे पहले भी बहुत लोगो ने मेरा साथ छोडा है  क्योंकि मुझे पता है मै परफैक्ट नहीं हूँ, मै जैसा हूँ वैसे ही लोगो को पसंद आता हूँ और फिर लोगो के दिलों से वैसे ही निकल जाता हूँ, 
मै बस देखने सुनने और समझने के लिए बेहतर हूँ अपनाने के बिल्कुल ही नाकाबिल हूँ, मै शायद उस सफेद रेत की तरह खुद को लगने लगा हूँ जिसकों मुट्ठी मे भर के भिंचों तो वो सरक ही जाता है, और उसी रेत पे नदीं किनारे चलते रहो तो वो बहुत ही बेहतर लगता है तो मेरी बस उस रेत सी हालत है 
मेरे कई सारे राज है जो मुझे वक्त बे वक्त कभी भी आँसू दे जाते है तुम्हे जानने की उत्सुकता है न तुम्हे ऐसा क्यो लगता है की मेरी वो यादें तुम्हे दर्द नहीं देंगी, जो मुझे रूला देती है 
 तुम्हे जाना है जाओं मै रोक नहीं रहा मै वो इंसान हूँ जो प्यार और नफ़रत दोनो ही शिद्दत से करता हूँ अब तुम्हे क्या चाहिए ये तुम्हे फैसला करना है.....

डायरी का पन्ना 23/11/2023

'सावन'

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