जब बात उठेगी तो दूर तक जायेगी : सावन
जब बात उठेगी तो दूर तक जायेगी
अभी हम है जद मे इसके और,
और भी है जिनकें तक आँच जायेंगी
हमने जमाने भर से अदावत मोल ली है
हमें ये और क्या दर्द पहुँचायेंगी
डरे वो जिनके मकाँ है सीसे के
और ये बात उनको बेआबरू कर जायेगी
हम अवारा रहे है उम्र भर से
ऐसी बातें हमारा क्या बिगाड़ पायेंगी
डरे वो जिनके गिरेबाँ सफेद है
ये उन गिरेबानों को दागदार कर जायेगी
'सावन'
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