चलो अपनी कहानी तुम्हें थोडा सुनाया जाय : सावन
चलों अपनी कहानी तुम्हे थोडा सुनाया जाय
ये इश्क़ का इल्म थोडा तुम्हे भी कराया जाय
ये इश्क़ मुहब्बत की जाती नहीं बस हो जाती है
जरूरी है की इससे थोडा खुद को बचाया जाय
बर्बादी की दास्तान इतनी है की तुम सीहर जाओगे
कर के इश्क़ दरबदर महज ठोकरे ही खाओगे
तो सुनों राय सावन की इन चक्करों मे तुम न आओ
बच सके तो इश्क मुहब्बत से खुद को तुम बचाओ
'सावन'
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