ख्वाबों में आता हर शख्स तू है, मेरी शायरी का हर ज़ख्म तू है....... storyteller vs
जो ख्वाबों में आता वो शख्स तू है,
मेरी शायरी का हर ज़ख्म तू है|
तू मेरा तो नहीं,
पर मुझमें शामिल मेरा अक्स तू है|
उस डायरी के पन्नों में,
दफ़न हुआ मेरा वक्त तू है|
हर सज़दे में जो है शामिल,
वो दुआ मेरी खास तू है|
मेरे चेहरे का साज तू है,
मेरा कल, मेरा आज तू है,
तू रुबरू तो नहीं,
पर मुझको छुता हर अहसास तू है|
मेरी ख़्वाहिशों की प्यास तू है,
सीने में मेरे,
समंदर से उठ रहे जज़्बात तू है|
मैं बेज़ुबान तो नहीं,
जो भी हैं अल्फ़ाज़ मेरे, वो अल्फ़ाज़ तू है|
खाली है रूह मेरी,
बह रहा जो आँखों से, मेरे वो अश्क तू है|
मेरी हर गलती की एहतियात तू है,
काली रात को चीरता हुआ प्रभात तू है,
मेरी बन्ज़र ज़मीं को मिलनी थी जो,
उस हिस्से की बरसात तू है|
✒ storyteller_vs
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